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प्रयागराज [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। दिवाली हिंदू धर्म का सबसे प्रमुख त्यौहार है,जिसे शुभ मुहूर्त और सही तिथि के अनुसार मनाना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। हालांकि, इस साल कुछ लोग भ्रमित होकर 1 नवंबर को दिवाली मनाने की सोच रहे हैं। ज्योतिषीय दृष्टिकोण से यह तिथि सही नहीं है। ऐसा करने से कई तरह के नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं। आइए जानते हैं 1 नवंबर को दिवाली मनाने से क्या नुकसान हो सकते हैं और सही तिथि पर दिवाली मनाने का महत्व। पंडित राम प्रकाश शुक्ला जी के अनुसार –
1- अशुभ ग्रहों की स्थिति
ज्योतिष के अनुसार, 1 नवंबर को ग्रहों की स्थिति दिवाली मनाने के लिए शुभ नहीं मानी गई है। ग्रहों के अशुभ योग के कारण, इस दिन पूजा-अर्चना करने से नकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सकता है। इससे परिवार और व्यवसाय में नुकसान की संभावना बढ़ जाती है।
2- लक्ष्मी पूजन का अशुभ समय
दिवाली का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है लक्ष्मी पूजन, जो कि सही मुहूर्त में ही किया जाना चाहिए। 1 नवंबर को लक्ष्मी पूजन के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं है। अगर इस दिन पूजा की जाती है, तो इसका कोई फल प्राप्त नहीं होगा, और धन के मामलों में परेशानी हो सकती है।
3- सामाजिक और सांस्कृतिक परंपरा
दिवाली को सही तिथि पर मनाना हमारे सामाजिक और सांस्कृतिक परंपराओं का हिस्सा है। 1 नवंबर को दिवाली मनाने से यह परंपरा टूट सकती है और इससे समाज में भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती है। यह न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से नुकसानदेह है, बल्कि इससे लोगों के बीच अनबन भी हो सकती है।
4- आर्थिक हानि की संभावना
1 नवंबर को दिवाली मनाने से आर्थिक हानि का भी डर रहता है। व्यापारी वर्ग के लिए यह विशेष तौर पर महत्वपूर्ण है कि वे सही दिन पर लक्ष्मी पूजन करें ताकि उनके व्यवसाय में वृद्धि हो। गलत तिथि पर पूजन करने से व्यापार में गिरावट आ सकती है।
5- सकारात्मक ऊर्जा का न मिलना
दिवाली का त्यौहार सकारात्मक ऊर्जा और खुशहाली का प्रतीक है। अगर इसे अशुभ समय में मनाया जाता है, तो यह उद्देश्य विफल हो सकता है। गलत तिथि पर पूजा करने से घर में सुख-शांति की जगह तनाव और नकारात्मकता का माहौल बन सकता है।
दिवाली जैसे महत्वपूर्ण त्यौहार को सही तिथि और शुभ मुहूर्त में मनाना अत्यंत आवश्यक है। 1 नवंबर को दिवाली मनाने से बचना चाहिए क्योंकि इस दिन ग्रहों की स्थिति और मुहूर्त शुभ नहीं है। सही तिथि पर लक्ष्मी पूजन करने से ही समृद्धि और खुशहाली का आगमन होता है। इसलिए, ज्योतिषीय सलाह के अनुसार, सही दिन पर ही दिवाली का पर्व मनाएं और जीवन में सकारात्मकता का स्वागत करें।