
व्यापारियों का विरोध
नोएडा [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। नोएडा में हल्के माल वाहनों पर नो एंट्री का समय बढ़ाए जाने के खिलाफ व्यापारियों और उद्योगपतियों ने कड़ा विरोध जताया है। नोएडा टेक्निकल एसोसिएशन और उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल की संयुक्त बैठक में यह मुद्दा जोर-शोर से उठाया गया। व्यापारियों का कहना है कि इस फैसले का असर त्योहारी सीजन में व्यापार पर सीधा पड़ेगा, जिससे उपभोक्ताओं तक आवश्यक सामान पहुंचाने में कठिनाई होगी।
नो एंट्री समय में बदलाव से व्यापार पर असर
नोएडा में हल्के माल वाहनों पर सुबह 7 बजे से 11 बजे और शाम 5 बजे से रात 10 बजे तक नो एंट्री लागू करने का फैसला लिया गया है। व्यापारियों का कहना है कि यह समय, खासकर त्योहारी सीजन के दौरान, बेहद असुविधाजनक है क्योंकि इस दौरान सामान की डिलीवरी की भारी मांग होती है। नोएडा टेक्निकल एसोसिएशन के अध्यक्ष राम अवतार सिंह ने कहा कि इस फैसले से 25-30 हजार उद्योगों और 10 हजार से अधिक व्यापारियों पर सीधा प्रभाव पड़ेगा।
त्योहारी सीजन में बढ़ेगी मुश्किलें
व्यापारियों का कहना है कि नोएडा में त्योहारी सीजन में टेंट डेकोरेशन, लाइट डेकोरेशन, जेनरेटर, कैटरिंग सेवाएं जैसी इमरजेंसी सेवाओं के लिए हल्के माल वाहनों की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, गृह प्रवेश, शादी समारोह, सामाजिक और राजनीतिक कार्यक्रमों में भी इन वाहनों की अहम भूमिका होती है। ऐसे में नो एंट्री का यह निर्णय व्यापारियों और उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का कारण बनेगा।
नो एंट्री के खिलाफ व्यापारी सड़क पर उतरने की तैयारी में
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष नरेश कुच्छल ने कहा कि नोएडा में 24 घंटे में 10 घंटे नो एंट्री लागू करना व्यापारियों के हितों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि अगर यह निर्णय वापस नहीं लिया गया, तो व्यापारी मजबूर होकर सड़क पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
ट्रैफिक विभाग का निर्णय जनहित में नहीं
व्यापार मंडल के वरिष्ठ महामंत्री मनोज भाटी ने कहा कि नोएडा में 33 रास्तों पर हल्के मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने से शहर में अव्यवस्था पैदा हो जाएगी। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक विभाग द्वारा लिया गया यह निर्णय जनहित में सही नहीं है और इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए।
नो एंट्री के फैसले पर पुनर्विचार
व्यापारियों का मानना है कि नोएडा को हाईटेक सिटी कहा जाता है और ऐसे में इस प्रकार के प्रतिबंध व्यापार और आम जनजीवन को बाधित करेंगे। यदि यह निर्णय वापस नहीं लिया गया तो व्यापारियों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।