
फाइल फोटो।
नोएडा [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। नोएडा के ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित सुपरटेक इको विलेज-3 सोसायटी में सोमवार को एक चौंकाने वाली घटना घटी। सोसायटी के टावर बी-2 में रहने वाले आनंद कुमार त्रिपाठी का 11 वर्षीय बेटा आर्यन, 25 मिनट तक लिफ्ट में फंसा रहा। घटना के दौरान लिफ्ट में अचानक खराबी आ गई और बच्चा अंदर बंद हो गया। इस हादसे के बाद मेंटेनेंस स्टाफ ने बड़ी मुश्किल से बच्चे को बाहर निकाला, लेकिन यह सवाल खड़ा हो गया है कि लिफ्ट का रखरखाव ठीक से क्यों नहीं हो रहा।
15वीं और 16वीं मंजिल के बीच लिफ्ट फंसी
आनंद कुमार त्रिपाठी के अनुसार, उनका बेटा आर्यन ट्यूशन पढ़ने के लिए दोपहर लगभग साढ़े तीन बजे लिफ्ट में चढ़ा था। लिफ्ट 6वीं से 18वीं मंजिल की ओर जा रही थी, लेकिन अचानक 15वीं और 16वीं मंजिल के बीच लिफ्ट रुक गई। आर्यन ने तुरंत लिफ्ट का अलार्म बजाया, लेकिन कोई भी उसकी मदद के लिए नहीं आया। इसके बाद, उसने लिफ्ट के अंदर लगे इमरजेंसी फोन से अपने पिता को कॉल कर पूरी स्थिति की जानकारी दी।
मेंटेनेंस स्टाफ की लापरवाही
आनंद कुमार त्रिपाठी ने तुरंत मेंटेनेंस प्रबंधन से संपर्क किया, जिसके बाद मेंटेनेंस कर्मचारी मौके पर पहुंचे और चाबी की मदद से बच्चे को बाहर निकाला। हालांकि, इस दौरान आर्यन लगभग 25 मिनट तक लिफ्ट में फंसा रहा और मानसिक तनाव का शिकार हो गया। बच्चे की हालत इतनी बिगड़ गई थी कि वह रो-रोकर बेहाल हो गया और उसे सांस लेने में भी तकलीफ होने लगी।
लिफ्ट में रखरखाव की कमी
सोसायटी के निवासियों का आरोप है कि लिफ्ट का रखरखाव ठीक से नहीं किया जा रहा है। सुरक्षा अलार्म बजने के बावजूद समय पर मदद नहीं मिल पाई। लिफ्ट की मेंटेनेंस में लापरवाही की शिकायतें पहले से ही आ रही थीं, लेकिन इस घटना ने इसे और भी गंभीर बना दिया है। निवासियों का कहना है कि सुरक्षाकर्मियों को लिफ्ट के अलार्म पर तुरंत नजर रखनी चाहिए ताकि ऐसी स्थिति में त्वरित सहायता मिल सके।
सुरक्षा और मेंटेनेंस के सवाल
इस घटना के बाद सोसायटी के कई लोग मेंटेनेंस टीम पर सवाल उठा रहे हैं। लिफ्ट का अलार्म बजने के बावजूद किसी ने भी तुरंत प्रतिक्रिया नहीं दी, जिससे यह घटना घटी। इस प्रकार की घटनाएं न केवल सोसायटी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती हैं, बल्कि मेंटेनेंस प्रबंधन की लापरवाही को भी उजागर करती हैं।