
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की फाइल फोटो।
नोएडा [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनाने की दिशा में एक और कदम बढ़ाया जा रहा है। इसके विस्तार के लिए 1200 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इसके लिए यमुना प्राधिकरण जल्द ही एक प्रस्ताव तैयार कर प्रशासन को भेजेगा। इस एयरपोर्ट के निर्माण और विस्तार के लिए मास्टर प्लान-2041 में विशेष बदलाव किए गए हैं, जिससे एयरपोर्ट का क्षेत्रफल और बढ़ सके।
छह रनवे के साथ बनेगा सबसे बड़ा एयरपोर्ट
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को छह रनवे के साथ देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनाने की योजना है। इस एयरपोर्ट के पहले चरण के लिए 1334 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण पहले ही हो चुका है, जिसमें दो रनवे तैयार किए जा रहे हैं। इसके अलावा, दूसरे चरण के लिए 1365 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया भी लगभग पूरी हो चुकी है।
एविएशन हब के विस्तार की योजना
नोएडा एयरपोर्ट को एक बड़े एविएशन हब के रूप में विकसित करने की योजना है। इसमें एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहालिंग (एमआरओ) सेंटर की भी सुविधा होगी। इस योजना के तहत यमुना प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में पांच हजार हेक्टेयर जमीन पहले ही आरक्षित की गई थी। अब इसे बढ़ाकर 6286 हेक्टेयर कर दिया गया है।
अलीगढ़ के टप्पल तक पहुंचेगी सीमा
एविएशन हब के विस्तार के साथ ही इसकी सीमा अलीगढ़ जिले के टप्पल क्षेत्र तक पहुंच रही है। टप्पल में मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब परियोजना प्रस्तावित है, जिसके लिए लगभग दो हजार हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण भी किया जा रहा है।
अधिकारियों का बयान
यमुना प्राधिकरण और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के अनुसार छह रनवे के लिए आवश्यक जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द पूरी की जाएगी। इसके लिए जिला प्रशासन को प्रस्ताव भेजा जा रहा है, जिससे इस परियोजना को और गति मिलेगी।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का विस्तार भारतीय एविएशन उद्योग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस परियोजना के सफलतापूर्वक पूरा होने से न केवल देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट तैयार होगा, बल्कि यह पूरे क्षेत्र के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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