
लखनऊ [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। उत्तर प्रदेश में मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) योजनाओं के तहत किए जा रहे कार्यों की गुणवत्ता और निगरानी अब ड्रोन तकनीक की मदद से की जा रही है। उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य के कुशल निर्देशन में राज्य का ग्राम्य विकास विभाग अधिक से अधिक तकनीकी नवाचारों का उपयोग कर रहा है ताकि ग्रामीण विकास से जुड़े कार्य पारदर्शिता और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरे किए जा सकें।
ड्रोन तकनीक से निगरानी का यह कदम इस उद्देश्य से उठाया गया है कि मनरेगा के तहत होने वाले कार्यों में किसी भी प्रकार की अनियमितता न हो और यह कार्य समय पर और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरे हों। ड्रोन से वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी कर कार्यस्थलों की निरंतर जांच की जा रही है। इस तकनीक के प्रयोग से न केवल पारदर्शिता बढ़ी है बल्कि कार्यों की प्रगति और गुणवत्ता का सही मूल्यांकन भी किया जा रहा है।
इस पहल के तहत राज्य मुख्यालय की ड्रोन टीम ने विभिन्न जिलों जैसे सीतापुर, हरदोई और शाहजहांपुर में कार्यों का निरीक्षण किया है। इन जिलों की 20-20 ग्राम पंचायतों में वर्ष 2023-24 के दौरान किए गए मनरेगा कार्यों का ड्रोन द्वारा निरीक्षण किया जा रहा है। ड्रोन तकनीक की इस पहल से उत्तर प्रदेश की ग्रामीण विकास परियोजनाओं में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित की जा रही है।