
CPR जागरूकता कार्यशाला:
लखनऊ [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। उत्तर प्रदेश की माननीय राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल के संरक्षण और मार्गदर्शन में लखनऊ के राज्यपाल भवन में आज एक विशेष CPR जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य जनता को अचानक हृदय गति रुकने (SCA) के दौरान जीवन बचाने के लिए CPR (कार्डियो-पल्मोनरी रिससिटेशन) तकनीकों में प्रशिक्षित करना था।
भारत में हर साल लगभग 8-10 लाख लोग अचानक हृदय गति रुकने के कारण अपनी जान गंवाते हैं। इसका मुख्य कारण है आपात स्थिति के दौरान त्वरित सहायता की कमी और सार्वजनिक जागरूकता का अभाव। एक अध्ययन के अनुसार हर एक मिनट की देरी से पीड़ित के बचने की संभावना 10 फीसद तक कम हो जाती है। ऐसे में CPR एक सरल और जीवनरक्षक कौशल बन जाता है, जिसे आम जनता को सीखना अत्यंत आवश्यक है।
CPR जागरूकता कार्यशाला में प्रशिक्षण
संजय गांधी पीजीआई के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रोफेसर आदित्य कपूर ने इस कार्यशाला में कार्डियक अरेस्ट पर एक विस्तृत व्याख्यान दिया और हैंड्स-ओनली CPR की तकनीक का प्रशिक्षण दिया। श्रोताओं को निम्नलिखित महत्वपूर्ण विषयों पर भी जानकारी दी गई –
- अचानक हृदय गति रुकने की पहचान कैसे करें
- CPR की प्रभावी तकनीकें
- ऑटोमेटेड एक्सटर्नल डिफिब्रिलेटर (AED) का सही उपयोग
सकारात्मक प्रतिक्रिया और जागरूकता की उम्मीद
श्रोताओं ने इस महत्वपूर्ण कौशल को सीखने के प्रति गहरी रुचि दिखाई और CPR का व्यावहारिक अभ्यास किया। प्रश्न-उत्तर सत्र के साथ कार्यशाला का समापन हुआ, जिसमें प्रतिभागियों ने अपने संदेह दूर किए और CPR तकनीकों के महत्व को और बेहतर तरीके से समझा।

आगे की योजना और जागरूकता का प्रसार
माननीय राज्यपाल महोदया की अगुवाई में, इस कार्यशाला के माध्यम से CPR की जागरूकता न केवल लखनऊ बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश राज्य में फैलने की उम्मीद है। इस पहल से अधिक से अधिक लोगों को CPR सीखने के लिए प्रेरित किया जाएगा, ताकि वे आपात स्थिति में जीवन बचाने में मदद कर सकें।
जीवन बचाने की शक्ति हर किसी के पास
CPR एक ऐसा कौशल है जो हम सभी को सीखना चाहिए, क्योंकि यह आपात स्थिति में किसी के जीवन को बचाने का साधन बन सकता है। जब हर सेकंड मायने रखता है, CPR करने वाला एक व्यक्ति भी नायक बन सकता है। जागरूकता फैलाने और CPR सिखाने की इस पहल के साथ, उत्तर प्रदेश में जीवनरक्षक तकनीकों का प्रसार निश्चित रूप से और अधिक जीवन बचाने में मदद करेगा।