
फाइल फोटो।
बहराइच [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के महाराजगंज क्षेत्र में 13 अक्टूबर को हुए सांप्रदायिक हिंसा के मामले में पांच मुख्य आरोपियों को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। इस मुठभेड़ में दो आरोपी घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मुठभेड़ में पकड़े गए आरोपी
पुलिस और एसटीएफ की टीम ने सरयू मुख्य नहर के पास नेपाल सीमा के करीब गुरुवार को मुठभेड़ की। इस मुठभेड़ में गिरफ्तार हुए पांच आरोपियों में मोहम्मद फ़हीम, मोहम्मद तालिब उर्फ सबलू, मोहम्मद सरफराज, अब्दुल हमीद और मोहम्मद अफजाल शामिल हैं। मुठभेड़ के दौरान मोहम्मद सरफराज और मोहम्मद तालिब को गोलियां लगीं, जिन्हें नानपारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद बहराइच जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
नेपाल भागने की कोशिश में थे आरोपी
जानकारी के अनुसार, पुलिस को इन आरोपियों के नेपाल भागने की योजना का पता चला था। इसके बाद नानपारा कोतवाली क्षेत्र में मुठभेड़ हुई। पुलिस का दावा है कि गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस पर गोलीबारी की, जिसके जवाब में पुलिस ने कार्रवाई की और दोनों आरोपी घायल हो गए।
महसी क्षेत्र की हिंसा और हत्या का मामला
13 अक्टूबर को बहराइच के महसी तहसील के महाराजगंज क्षेत्र में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा में राम गोपाल मिश्रा नामक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद क्षेत्र में दंगे भड़क गए, जिसमें कई घरों, दुकानों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था।
मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद की बेटी का आरोप
इस घटना के बाद से गिरफ्तार आरोपियों के परिजन पुलिस की कार्यवाही पर सवाल उठा रहे हैं। अब्दुल हमीद की बेटी रुखसार ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर दावा किया कि पुलिस ने उनके पिता और दो भाइयों को जबरन उठा लिया और वे मुठभेड़ में मारे जा सकते हैं।
समाजवादी पार्टी का आरोप
मुठभेड़ के बाद प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। पार्टी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराध से ध्यान भटकाने के लिए दंगे और मुठभेड़ हो रहे हैं।