
फाइल फोटो।
नोएडा [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। सीबीआईसी द्वारा जारी किए गए नोटिफिकेशन नंबर-25/2024 के तहत, 10 अक्टूबर से मैटल स्क्रैप खरीद पर 2% टीडीएस लागू कर दिया गया है। इस निर्णय के बाद मैटल स्क्रैप व्यापारियों में चिंता और परेशानी बढ़ गई है। उत्तरप्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल, नोएडा के अध्यक्ष नरेश कुच्छल ने इसे जीएसटी के सरलीकरण के बजाय जटलीकरण की प्रक्रिया बताया है।
टीडीएस का प्रभाव
नरेश कुच्छल ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि टी.डी.एस. कटने के बाद व्यापारियों को अलग से जीएसटी लेना पड़ेगा। साथ ही, जीएसटी आरईजी 7 पोर्टल पर अब तक कोई अपडेट नहीं हुआ है, जिससे व्यापारियों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि इस टीडीएस को अगले माह की 10 तारीख तक पोर्टल पर जमा करना बहुत ही जटिल प्रक्रिया है।
भूल का दंड
कुच्छल ने चेतावनी दी कि जरा सी भूल होने पर व्यापारी को दंडित किया जाएगा। यह टीडीएस तभी जीएसटी के इलेक्ट्रानिक कैश लेजर में जमा होगा जब विक्रेता इसे पोर्टल पर 2ए में स्वीकार करेगा।
अतिरिक्त बोझ
उन्होंने बताया कि हर माह टीडीएस सर्टिफिकेट जारी करना व्यापारियों पर अतिरिक्त बोझ डाल रहा है। इसके अलावा, विभागीय अधिकारियों से लिखित प्रार्थना करने के बावजूद कोई भी अधिकारी इस मुद्दे पर जानकारी देने के लिए उपलब्ध नहीं है।
मंत्री से अपील
कुच्छल ने केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण से अपील की है कि इस जटिल प्रक्रिया को सरल बनाया जाए, ताकि व्यापारियों को अन्य बोझों से राहत मिल सके।
यह स्पष्ट है कि 2% टीडीएस का लागू होना व्यापारियों के लिए एक नई चुनौती बन गया है। नरेश कुच्छल का यह कहना है कि इससे व्यापार में जटिलता बढ़ी है और व्यापारियों को राहत की आवश्यकता है।