
विजयदशमी का पर्व नोएडा में पूरे धूमधाम से मनाया गया।
नोएडा [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। विजयदशमी का पर्व नोएडा में पूरे धूमधाम से मनाया गया। रावण दहन के साथ अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक प्रस्तुत किया गया। श्री सनातन धर्म रामलीला समिति और श्रीराम मित्रमंडल नोएडा रामलीला समिति द्वारा आयोजित इस भव्य आयोजन में रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों का दहन हुआ। इसके साथ ही महंगाई, आतंकवाद और महिला उत्पीड़न के प्रतीकात्मक पुतलों का भी दहन किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं
नोएडा के सेक्टर-62 और सेक्टर-46 में आयोजित रामलीला के दौरान रावण दहन के इस महाआयोजन में भगवान श्री राम की लीला का मंचन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. महेश शर्मा, सुरेंद्र सिंह नागर और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने पुतलों का दहन किया। पूरे आयोजन के दौरान जय श्री राम के नारों और भव्य आतिशबाजी के बीच, भगवान श्री राम द्वारा रावण के अहंकार का अंत दर्शाया गया।

विजयदशमी का महत्व
विजयदशमी का पर्व हमें यह सिखाता है कि कैसे असत्य और अहंकार का अंत होता है। रावण का घमंड और अपने परिवार के साथ किए अत्याचारों के कारण उसका अंत हुआ। भगवान श्री राम ने अपने साहस, धैर्य और सत्य के साथ चलते हुए इस विजय को प्राप्त किया। रावण के अहंकार का प्रतीक पुतला जलते ही, यह संदेश फैलता है कि सत्य की हमेशा विजय होती है।
अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद सुरेंद्र सिंह नागर, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा, नोएडा महानगर भाजपा अध्यक्ष मनोज गुप्ता और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उपस्थिति दर्ज कराई। उनके द्वारा तीर चलाकर पहले मेघनाद फिर कुंभकरण और अंत में रावण के पुतलों का दहन किया गया। इस अवसर पर सभी मुख्य अतिथियों ने असत्य पर सत्य की विजय के इस पर्व की महत्ता को दर्शाया।

रामलीला के दौरान भगवान श्री राम के जीवन की विभिन्न घटनाओं को प्रदर्शित करते हुए बताया गया कि कैसे सत्य के मार्ग पर चलकर उन्होंने कठिनाइयों का सामना किया।
हर साल मनाया जाने वाला रावण दहन हमें यह प्रेरणा देता है कि हमें सत्य, नैतिकता और ईमानदारी के मार्ग पर चलना चाहिए। इस आयोजन ने नोएडा के निवासियों के बीच बुराई के अंत और अच्छाई की विजय का संदेश दिया। विजयदशमी का यह पर्व न केवल धार्मिक महत्व रखता है बल्कि सामाजिक बुराइयों के खिलाफ खड़े होने की प्रेरणा भी देता है।