
प्रयागराज फाइल फोटो।
प्रयागराज [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। प्रयागराज के नागरिकों के लिए यह एक बड़ी राहत की खबर है। फ्लाईओवर के निर्माण से उन्हें भारी ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलेगी और यातायात की स्थिति में सुधार होगा। शहर के व्यस्ततम मार्गों पर ट्रैफिक की समस्या को सुलझाने के लिए प्रयागराज में एलिवेटेड फ्लाईओवर परियोजना को मंजूरी दी गई है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार की जा रही है। इसके अगले साल अप्रैल से निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है।
यह फ्लाईओवर लेप्रोसी मिशन चौराहा से लेकर नैनी जेल गेट तक शुरू होगा और आगे बीपीसीएल कंपनी तक जाएगा। 5 किलोमीटर लंबी इस परियोजना का अनुमानित खर्च लगभग 1000 करोड़ रुपये होगा। डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ ने बताया कि इस परियोजना को मंजूरी मिल चुकी है और इससे यमुनापार और अन्य शहरों से जुड़ने वाले मार्गों पर ट्रैफिक जाम की समस्या का समाधान होगा।
फ्लाईओवर से जुड़े क्षेत्रों को मिलेगी राहत
यह फ्लाईओवर केवल प्रयागराज के स्थानीय नागरिकों के लिए नहीं, बल्कि आस-पास के शहरों जैसे कि मिर्जापुर, सोनभद्र, चुनार, मध्य प्रदेश के सिंगरौली और अन्य क्षेत्रों के लिए भी फायदेमंद साबित होगा। इस फ्लाईओवर से आने-जाने वाले यात्रियों को अरैल मोड़ चौराहा, काटन मिल तिराहा, शंकरढाल तिराहा और सरगम तिराहा जैसे स्थानों पर लगने वाले जाम से मुक्ति मिलेगी।
हाई-स्पीड ट्रैफिक के लिए फ्लाईओवर का डिजाइन
यह एलिवेटेड फ्लाईओवर विशेष रूप से हाई-स्पीड ट्रैफिक के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें चौड़ी और बहु-लेन वाली सड़कों का निर्माण होगा, जिससे तेज़ और निर्बाध यातायात को बढ़ावा मिलेगा। यह फ्लाईओवर शहर के भीतर और आस-पास के क्षेत्रों में यातायात को सुगम बनाएगा, जिससे यात्रा का समय कम होगा और जाम से राहत मिलेगी।
परियोजना से होने वाले लाभ
फ्लाईओवर के निर्माण से न केवल यातायात की स्थिति में सुधार होगा, बल्कि यह शहर की अर्थव्यवस्था को भी प्रोत्साहित करेगा। व्यापारियों और लंबी दूरी के यात्रियों को जाम से छुटकारा मिलेगा, जिससे वे आसानी से अपना कार्य कर सकेंगे। इसके अलावा, फ्लाईओवर का निर्माण पर्यावरण के लिहाज से भी फायदेमंद होगा, क्योंकि इससे ट्रैफिक जाम के दौरान होने वाले ध्वनि और वायु प्रदूषण में कमी आएगी।
परियोजना का भविष्य और स्वीकृति
इस फ्लाईओवर परियोजना की मंजूरी के लिए करछना से भाजपा विधायक पीयूष रंजन निषाद ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने बताया कि वित्तीय स्वीकृति के लिए वे जल्द ही केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मिलेंगे, ताकि परियोजना को जल्द से जल्द शुरू किया जा सके।