
Central Homeopathy Research Institute Noida File Foto
नोएडा [ TV 47 न्यूज नेटवर्क]। सेक्टर-24 स्थित डॉ. डीपी रस्तोगी केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान संस्थान ने अपने 100 दिनों की उपलब्धियों को गिनाया। एक प्रेस वार्ता मं संस्थान के प्रमुख अधिकारी डॉ. शाजी कुमार (आरओ प्रभारी अधिकारी), डॉ. पद्मालय रथ (अस्पताल प्रभारी) और डॉ. पंकज गुप्ता (सहायक निदेशक) ने संस्थान के नये अनुभवों और उपलब्धियों को साझा किया।
लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों में होम्योपैथी की महत्वपूर्ण भूमिका
डाक्टरों ने बताया कि आज की बदलती जीवनशैली के चलते डायबिटीज, माहवारी का अनियमित होना, और प्रजनन से जुड़ी समस्याओं जैसी नई-नई बीमारियों का जन्म हुआ है। ऐसे में होम्योपैथी चिकित्सा प्रणाली एक कारगर विकल्प के रूप में उभरकर सामने आई है।
17 वर्षों से रोगी देखभाल में अनुसंधान के क्षेत्र में निभा रहा है अग्रणी भूमिका
डॉ. डीपी रस्तोगी केंद्रीय होम्योपैथिक अनुसंधान संस्थान पिछले 17 वर्षों से रोगी देखभाल और होम्योपैथी में अनुसंधान के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। संस्थान में ओपीडी, आईपीडी, विशेष क्लीनिक, और अनुसंधान सुविधाएं उपलब्ध हैं। इन क्लीनिकों में ईएनटी, नेत्र विज्ञान, फिजियोथेरेपी, और जीवनशैली विकार सहित बांझपन क्लीनिक भी शामिल हैं। संस्थान में वार्षिक रूप से लगभग 1 लाख रोगियों को साइनसाइटिस, पीसीओएस, ऑस्टियोआर्थराइटिस, हाइपोथायरायडिज्म, और पोस्ट-कोविड सिंड्रोम जैसी बीमारियों का सफल उपचार दिया जा रहा है।
होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति का समग्र विकास
संस्थान सिर्फ मरीजों की चिकित्सा आवश्यकताओं को पूरा करने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह औषधि मानकीकरण, औषधि प्रमाणन, नैदानिक सत्यापन और अनुसंधान के क्षेत्र में भी सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति के समग्र विकास और संवर्धन में योगदान देना है।
बता दें कि संस्थान आने वाले समय में होम्योपैथी को और अधिक विकसित और सशक्त बनाने के लिए कई नई योजनाएं बना रहा है। इस दिशा में होम्योपैथी की भूमिका को और भी व्यापक किया जाएगा ताकि जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों के उपचार में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका बनी रहे।