
फाइल फोटो।
Prayagraj Maha Kumbh 2025। वर्ष 2025 कुंभ में मेला प्राधिकरण का पूरा जोर स्वच्छता पर रहेगा। यही कारण है कि कुंभ मेले को साफ सुथरा रखने पर सर्वाधिक पैसा खर्च किया जाएगा। इसके लिए एक बड़ा बजट तैयार किया गया है।
इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2019 में हुए कुंभ की तुलना में इस बार साफ सफाई का बजट चार गुना अधिक है। मेला प्राधिकरण इस बार स्वच्छता का नया प्रतिमान गढ़ने की तैयारी में जुटा है।
मेला प्रशासन का लक्ष्य है कि विश्व के इस बड़े धार्मिक आयोजन की चमक पूरे विश्व में फैले। हालांकि,कुंभ मेले में करोड़ों लोगों के लिए साफ सफाई रखना एक बडी चुनौती होगी। इसके लिए सफई कर्मियों की एक बड़ी सेना तैयार की जाएगी।
मेला प्रशासन भी स्वच्छता के महत्व को समझ रहा है। पिछले कुंभ में स्वच्छता को खास महत्व दिया गया था। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि फरवरी, 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयागराज में सफाई कर्मियों को स्वच्छता प्रहरी की संज्ञा देते हुए उनके पांव पखारे थे।
इससे प्रेरित होकर मेला प्रशासन इसकी तैयारी में अभी से जुट गया है। प्रशासन की मंशा है कि इस बार भी मेले की साफ सफाई में कोई कमी न रह जाए। यही कारण है कि महाकुंभ की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है वैसे-वैसे इस आयोजन को खास बनाने की तैयारी बनाने की रणनीति बन रही है।
प्रयागराज नगर निगम भी इसके लिए तैयारी कर रहा है। इसके जरिए पहले से पांच गुना अधिक खर्च का अनुमान लगाया गया है। वर्ष 2019 में कुंभ मेले में स्वच्छता पर तीन करोड़ 94 लाख से ज्यादा का खर्च सफाई कर्मियों पर हुआ था।
इस बार यह बजट 16 करोड़ 84 हजार रुपये और 3200 सफाई कर्मियों पर खर्च किए जाएंगे। इसका प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है। एक जनवरी से 30 मार्च तक मेला क्षेत्र को एकदम साफ-सुथरा रखा जाएगा।