
फाइल फोटो
डासना, [ TV 47 न्यूज़ नेटवर्क] ग़ाज़ियाबाद जेल में 14 दिन पहले अपहरण व रेप क़ी धाराओं में जेल भेजे गए 21 वर्ष के शिवम राजपूत निवासी बुलंदशहर क़ी लाश जेल कैंपस में तार के फंदे पर लटकी मिली। एक सुसाइड नोट भी मिला… जिसमे शिवम ने अपनी मौत के लिए लड़की के परिजनों को जिम्मेदार ठहराया।लड़की से माफ़ी भी मांगी।
12 साल क़ी लड़की के साथ रेप व किडनेप के मामले में पिलखुआ पुलिस ने शिवम् को जेल भेजा था।
बता दें कैदी की आत्महत्या के मामले की जानकारी देते हुए जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने बताया कि मृतक युवक शिवम राजपूत बुलंदशहर जिले के नरेना थाना क्षेत्र का रहने वाला था। जिसे हापुड़ पुलिस ने 10 सिंतबंर 2024 को रेप और पोक्सो एक्ट में जेल भेजा था। युवक ने मंगलवार की रात 10 बजे जेल के अंदर लाइब्रेरी में पंखे से लटककर आत्महत्या की घटना को अंजाम दिया है। जब तक जेल कर्मी युवक को आत्महत्या करते हुए देख पाते उससे पहले ही युवक की मौत हो गई थी।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
युवक की मौत होने के बाद पुलिस ने मौके की वीडियोग्राफी कर उसके शव को नीचे उतरवाया। वहीं, बाद मे जेल प्रशासन ने स्थानीय थाने की पुलिस को घटना की जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जेल से शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मृतक के पास से मिला दो पेज का सुसाइड नोट
मृतक शिवम ने सुसाइड करने से पहले दो पेज का एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है। शिवम ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं था। जिसकी वजह से सुसाइड नोट की लिखावट साफ नहीं है। सुसाइड नोट में शिवम ने लड़की के मां बाप पर जेल भिजवाने का आरोप लगाया है। अपने सुसाइड नोट में शिवम ने लड़की के मां-बाप को सास ससुर लिखकर संबोधित किया है। सुसाइड में लिखा है कि मेरे ऊपर लड़की मुकदमा दर्ज करवाने को तैयार नहीं थी, लेकिन होने वाली सास ने जबरन मुझे फंसाने वाले बयान दिलवाए थे। जिनकी वजह से वह जेल में है।
परिजन ने चौकी चार्ज पर लगाए गंभीर आरोप
सुसाइड नोट के आखिर में शिवम ने लड़की से माफी भी मांगी है। जेल प्रशासन ने युवक के आत्महत्या की जानकारी मृतक के परिजन को दी। जिसके बाद परिवार वाले जेल पहुंच गए। मृतक के चाचा ने जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार की देर रात 12:30 पर उन्हें जानकारी मिली की शिवम ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
मृतक के परिवार वालों का आरोप है कि छिजारसी पुलिस चौकी इंचार्ज प्रदीप ने षड्यंत्र रचकर शिवम को जेल भेजा है। प्रदीप ने केस खत्म करने के नाम पर लाखों रुपए की मांग की थी, लेकिन जब वह चौकी चार्ज की डिमांड पूरी नहीं कर पाए तो उसने शिवम को जेल भेज दिया।