
नोएडा, [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। शासन के निर्देशों की अनदेखी करना नोएडा-ग्रेटर नोएडा यमुना प्राधिकरण में तैनात 17 अधिकारियों व कर्मचारियों को महंगा पड़ गया है। तबादले के बाद भी वे अपनी मर्जी से पुराने विभागों में ही जमे रहे, नई तैनाती पर भी नहीं पहुंचे और न ही अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास विभाग में नई तैनाती पर जाने का कारण स्पष्ट किया।
ऐसे में विभाग के प्रमुख सचिव अनिल सागर ने शुक्रवार देर रात अनुशासनहीनता करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को निलंबित करने का आदेश जारी कर तीनों प्राधिकरणों को पत्र भेज दिया। देर रात जारी इस विभागीय आदेश से तीनों प्राधिकरणों में हड़कंप मच गया है, क्योंकि 14 अधिकारियों व कर्मचारियों के निलंबन के साथ ही तीन अधिकारियों की विभागीय जांच का आदेश भी शामिल है।
पिछले दिनों औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने लखनऊ में नोएडा प्राधिकरण की समीक्षा बैठक बुलाई थी। इसमें मंत्री ने नाराजगी जताते हुए चेतावनी दी थी कि तबादले के बाद भी जो अधिकारी व कर्मचारी विभागों में जमे हैं, उन्हें निलंबित किया जाएगा।
तबादले को गंभीरता से नहीं लिया
इसके बाद भी स्थानांतरित हुए अधिकारियों और कर्मचारियों ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। इसके बाद मंत्रालय में तबादले वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की पत्रावलियां तलब की गईं। निलंबित होने वालों में यमुना प्राधिकरण के प्रबंधक अजब सिंह भाटी भी शामिल हैं। हालांकि अभी तक पांच लोगों के पत्र विभागों में नहीं पहुंचे हैं। इसलिए उनके पत्र जारी होने की संभावना है।
नोएडा प्राधिकरण में अधिकारी व कर्मचारी निलंबित
1- विजेंद्र पाल सिंह कोमार (निजी सचिव)
2 -नरदेव (सहायक विधि अधिकारी)
3- सुशील भाटी (सहायक विधि अधिकारी)
3- यूएस फारूक (सहायक प्रबंधक नियोजन)
4- सुमित ग्रोवर (प्रबंधक नियोजन)
5- प्रमोद कुमार (लेखाकार)
नोएडा में इन पर होगी विभागीय जांच
1- विजय कुमार रावल (उप महाप्रबंधक सिविल)
2- सतेंद्र गिरी (वरिष्ठ प्रबंधक)
2- प्रेम कुमार (सहायक प्रबंधक नियोजन)
ग्रेटर नोएडा में अधिकारी व कर्मचारी निलंबित
1- सुरेंद्र कुमार (सहायक प्रबंधक)
2- आरए गौतम (वरिष्ठ प्रबंधक)
3- विजय कुमार बाजपेयी (प्रबंधक)
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