
Varanasi Gyanvapi File Photo
प्रयागराज, [TV 47 न्यूज नेटवर्क]। वाराणसी में ज्ञानवापी परिसर स्थित कथित वुजूखाने का आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया (एएसआई ) से सर्वे कराने की मांग में दाखिल पुनरीक्षण याचिका की अगली सुनवाई इलाहाबाद हाई कोर्ट अब नौ सितंबर को करेगा।
गुरुवार को विपक्षी (अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी ) की तरफ से जवाबी हलफनामा दाखिल किया गया। याची राखी सिंह की ओर से उनके अधिवक्ता सौरभ तिवारी ने इसका जवाब दाखिल करने के लिए समय मांगा। यह समय देते हुए सुनवाई टाल दी गई।
न्यायमूर्ति रोहित रंजन अग्रवाल की एकल पीठ मामले की सुनवाई कर रही है। श्रृंगार गौरी केस की मुख्य वादी राखी सिंह ने वाराणसी जिला अदालत के उस आदेश को चुनौती दी है जिसमें सुप्रीम कोर्ट के यथास्थिति बनाए रखने के आदेश के कारण अदालत ने हस्तक्षेप करने से इन्कार करते हुए अर्जी खारिज कर दी थी।
याची का कहना है कि जिस तरह ज्ञानवापी के पूरे परिसर का एएसआई सर्वे किया गया है। उसी तरह से सील वुजूखाने (शिवलिंग को छोड़ कर) का भी सर्वे किया जाना चाहिए। इससे कथित वुजूखाने के वास्तविक चरित्र का पता चलेगा।
दो साल पहले हुए कोर्ट कमिश्नर के सर्वे में ज्ञानवापी परिसर में शिवलिंग की आकृति मिलने के बाद पूरे वुजूखाने को सील कर दिया गया था। याची का कहना है कि शिवलिंग को छोड़ कर पूरे वुजूखाने का बिना कोई नुकसान पहुंचाए सर्वे कराया जाए।