
Varanasi Gyanvapi File Photo
वाराणसी [ TV 47 न्यूज़ नेटवर्क ] ज्ञानवापी में अतिरिक्त सर्वे की मांग पर बुधवार को सुनवाई टल गई। अधिवक्ता के निधन पर बार एसोसिएशन ने शोक प्रस्ताव पारित कर लंचबाद न्यायिक कार्य नहीं करने की घोषणा की थी। इस कारण उक्त मुकदमे में सुनवाई नहीं हो सकी। अदालत ने सुनवाई के लिए 22 अगस्त की तिथि नियत की है।
ज्ञानवापी में मंदिर निर्माण और हिंदुओं को पूजा-पाठ का अधिकार देने को लेकर स्वयंभू विश्वेश्वर ज्योतिर्लिंग की ओर से 1991 में दाखिल मुकदमे की सुनवाई बुधवार को सिविल जज (सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक) प्रशांत कुमार सिंह की अदालत में होनी थी।
स्व. पं. सोमनाथ व्यास, डा. रामरंग शर्मा व पं. हरिहर पांडेय की ओर से दाखिल इस मुकदमे के वादमित्र विजय शंकर रस्तोगी के ज्ञानवापी में एएसआई से अतिरिक्त सर्वे कराने की अपील की है। वाद मित्र द्वारा पक्ष रखने के पश्चात् अदालत ने अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी को अपना पक्ष रखने का अवसर दिया है।
इसी मुकदमे में पक्षकार बनाए जाने की याचिका खारिज होने के बाद लोहता के मुख्तार अहमद अंसारी की ओर से दाखिल पुनरीक्षण याचिका पर सुनवाई के लिए अपर जिला जज (चतुर्दश) देवकांत शुक्ला की अदालत ने 21 सितंबर की तिथि मुकर्रर की है।
सिविल जज (सीनियर डिवीजन फास्टट्रैक) प्रशांत कुमार सिंह की अदालत ने बीते दो मई को मुख्तार की याचिका को खारिज कर दिया था। इस आदेश के खिलाफ मुख्तार अहमद अंसारी ने जिला जज की अदालत में पुनरीक्षण याचिका दायर किया था। इस याचिका की सुनवाई अपर जिला जज (चतुर्दश) देवकांत शुक्ला की अदालत में लंबित है।