
रूस यूक्रेन जंग फाइल फोटो।
नई दिल्ली [TV47 न्यूज नेटवर्क ]। यूक्रेन जंग के प्रित रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का रवैया नरम पड़ा है। आखिर इसकी बड़ी वजह क्या है। पुतिन अपने स्टैंड से पीछे क्यों हट रहे हैं। रूसी राष्ट्रपित ने यूक्रेन के समक्ष क्या शर्तें रखी हैं। आइए जानते हैं उनकी प्रमुख शर्तें।
– रूसी राष्ट्रपित ने कहा है कि है कि अगर यूक्रेन 2022 में मास्को द्वारा कब्जा किए गए चार क्षेत्रों से सैनिकों को वापस बुलाना शुरू कर देता है और नाटो में शामिल होने की योजना को त्याग देता है, तो वह यूक्रेन में तुरंत युद्ध विराम का आदेश देंगे और बातचीत शुरू करेंगे। पुतिन ने कहा कि उनका प्रस्ताव यूक्रेन में संघर्ष को स्थिर करने के बजाय अंतिम समाधान के उद्देश्य से है। उन्होंने जोर देकर कहा कि क्रेमलिन बिना देरी के बातचीत शुरू करने के लिए राजी है।
– रूसी राष्ट्रपित ने शांति के लिए जो मांगें रखी हैं, उनमें यूक्रेन की गैर-परमाणु स्थिति, उसके सैन्य बल पर प्रतिबंध और देश में रूसी भाषी आबादी के हितों की रक्षा करना भी शामिल है। उन्होंने कहा कि इन सभी को मौलिक अंतरराष्ट्रीय समझौतों का हिस्सा बनना चाहिए और रूस के खिलाफ सभी पश्चिमी प्रतिबंधों को हटा दिया जाना चाहिए।
– हालांकि, ऐसा सौदा यूक्रेन के लिए बेकार लगता है, जो सैन्य गठबंधन में शामिल होना चाहता है। इसिलए उसने यह मांग रखी है कि रूस उसके सभी क्षेत्रों से अपने सैनिकों को वापस बुलाए। पुतिन के इस प्रस्ताव पर यूक्रेन की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
– बता दें कि पुतिन की टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब जी-7 के नेता इटली में मिले है। स्विट्जरलैंड इस सप्ताहांत यूक्रेन में शांति की दिशा में पहला कदम उठाने के लिए कई विश्व नेताओं की मेजबानी करने की तैयारी कर रहा है।