
नोएडा, [TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। कारोबारी हत्याकांड में चर्चित रहे एनकाउंटर स्पेशलिस्टडीआईजी अनंत देव तिवारी को आया हार्ट अटैक की सूचना है। हार्ट अटैक के बाद उनको मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। डाक्टारों की टीम उनकी लगातार निगरानी कर रही है।
बता दें कि अनंत देव वर्ष 1991 में पुलिस सेवा में आए थे। लंबे समय तक एसटीएफ में तैनात रहे एनकाउंटर स्पेशलिस्ट माने जाने वाले वह पीपीएस संवर्ग से पदोन्नत होकर आईपीएस अधिकारी बने थे। अनंत देव मूल रूप से फतेहपुर के निवासी हैं। अनंत देव ने एएसपी के पद पर रहते हुए कई कुख्यात अपराधियों को पकड़ने में अहम भूमिका निभाई थी।
वर्ष 2013 में एसपी गोरखपुर के पद पर तैनात रहने के दौरान एक सपा नेता के बेटे की पिटाई के मामले में उनका नाम सुर्खियों में आया था। तब उन्हें निलंबित किया कर दिया था। वह एसपी फैजाबाद, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर व आजमगढ़ के पदों पर भी तैनात रहे। वह एसएसपी कानपुर रहते हुए डीआईजी के पद पर पदोन्नत हुए।
बिकरू कांड से पहले कानपुर में एसएसपी रहे अनंत देव तिवारी को एसआईटी रिपोर्ट के बाद नवंबर 2020 में सस्पेंड किया गया था। उनको थानों का आकस्मिक निरीक्षण करने में लापरवाही बरतने का आरोपी माना गया था। फिलहाल इस मामले की जांच कर रहे आईजी नीलाब्जा चौधरी ने अनंतदेव को जांच में क्लीन चिट दी है। इसके बाद अक्टूबर 2022 में बहाल हुए अनंत देव तिवारी वर्तमान में डीआईजी रेलवे प्रयागराज है।
अनंत देव 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। फतेहपुर के रहने वाले अनंत देव 1991 में पुलिस सेवा में आए थे। वह लंबे समय तक एसटीएफ में एएसपी के पद पर तैनात रहे। वह कुख्यात ददुआ और ठोकिया को मुठभेड़ में मार गिराने वाली एसटीएफ टीम का हिस्सा रहे।
2013 में एसपी गोरखपुर के पद पर तैनात रहने के दौरान एक सपा नेता के बेटे की पिटाई के मामले में अनंत देव तिवारी का नाम सुर्खियों में आया था. तब उन्हें उन्हें निलंबित किया कर दिया था. दो महीने तक सस्पेंड रहने के बाद वह बहाल हुए थे. अनंत देव एसएसपी कानपुर रहते हुए डीआईजी के पद पर पदोन्नत हुए थे।