नोएडा ग्रेनो में आज होने वाली किसानों की महापंचायत
लखनऊ [TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। उत्तर प्रदेश के नोएडा और ग्रेटर नोएडा (ग्रेनो) क्षेत्र में आज एक महत्वपूर्ण किसानों की महापंचायत का आयोजन हो रहा है। यह महापंचायत, जो संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर हो रही है, किसानों के कई मुख्य मुद्दों को लेकर एक बड़ा प्रदर्शन होगी। इस महापंचायत का उद्देश्य किसानों की समस्याओं को सरकार के समक्ष प्रस्तुत करना और उनकी मांगों को लेकर बड़ा संदेश देना है।
आज के इस आयोजन में हजारों किसान भाग लेंगे और अपनी चुनौतियों, आशंकाओं और समाधान की उम्मीदों को लेकर एकजुट होंगे। साथ ही, ट्रैफिक पुलिस ने इस प्रदर्शन को देखते हुए यातायात व्यवस्था में बदलाव किया है, जिससे यात्रियों को असुविधा न हो। इस लेख में हम विस्तार से बताएंगे कि क्या कारण हैं, क्या मुख्य मुद्दे हैं, और इस महापंचायत का क्या महत्व है।
किसानों की महापंचायत का ऐतिहासिक संदर्भ
किसानों की महापंचायतें भारत में लंबे समय से ग्रामीण समुदाय के स्वाभिमान, अधिकारों और समस्याओं के समाधान के लिए आयोजित की जाती रही हैं। यह परंपरा आज भी जारी है, खासकर जब सरकार या प्रशासन किसानों की मुख्य मांगों को नजरअंदाज करता है।
संयुक्त किसान मोर्चा जैसे संगठन कई बार सरकार के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन और महापंचायत का आह्वान करते हैं। इन आयोजनों का उद्देश्य न केवल किसानों की आवाज़ को सुनाना है, बल्कि सरकार को उनके मुद्दों का समाधान करने के लिए प्रेरित करना भी है।
नोएडा-ग्रेनो में आज का यह आयोजन भी इसी दिशा में एक कदम है। यह प्रदर्शन किसानों की ज्वलंत समस्याओं जैसे भूमि अधिग्रहण, मुआवजा, सिंचाई, बिजली, फसल का उचित मूल्य, और आबादी के पूर्ण निस्तारण के मुद्दों को उजागर करेगा।
मुख्य मुद्दे और कारण
आबादी का पूर्ण निस्तारण का नहीं हुआ है समाधान
नोएडा और ग्रेनो में तेजी से हो रहे विकास के कारण बड़ी संख्या में किसानों की जमीनें अधिग्रहित हुई हैं। हालांकि, अभी तक इन किसानों को उनके उचित मुआवजा, आवास, और पुनर्वास का समाधान नहीं मिल पाया है। इससे किसान आक्रोशित हैं और उनके जीवनयापन की समस्या बनी हुई है।
भूमि अधिग्रहण और मुआवजा
किसानों का आरोप है कि भूमि अधिग्रहण के वक्त सरकार ने उन्हें उचित मुआवजा नहीं दिया है। कई किसान अपनी जमीन का सही मूल्य नहीं पा रहे हैं और पुनर्वास की सुविधाओं से वंचित हैं। यह मुद्दा प्रदर्शन का मुख्य कारण बन रहा है।
फसल का उचित मूल्य
किसानों को अपनी फसलों का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। मंडी समर्थन मूल्य और बाजार में फसल की कीमतों के बीच का अंतर उनके जीवनयापन को कठिन बना रहा है। सरकार से मांग है कि उचित मूल्य सुनिश्चित किया जाए।
बिजली और सिंचाई की समस्याएं
किसानों को बिजली की आपूर्ति में अनियमितता, कटौती, और जल संसाधनों की कमी की शिकायतें हैं। इन समस्याओं का समाधान न होने से खेती-बाड़ी प्रभावित हो रही है।
सरकार की नीतियों के विरोध में आक्रोश
किसानों का मानना है कि केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों ने उनके जीवन को और कठिन बना दिया है। इसलिए, वे अपनी बात रखने के लिए इस महापंचायत का आयोजन कर रहे हैं।
प्रदर्शन की तैयारियां और ट्रैफिक व्यवस्था
आयोजन का स्थान और समय
यह महापंचायत नोएडा के सेक्टर 110 या आसपास के स्थान पर सुबह 10 बजे से शुरू होगी। इसमें हजारों किसान भाग लेंगे। कार्यक्रम के मुख्य मंच पर किसान नेताओं और संगठन के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।
ट्रैफिक डायवर्जन
प्रदर्शन की खबर मिलते ही ट्रैफिक पुलिस ने यातायात व्यवस्था में बदलाव किया है। सबोता अंडरपास के आसपास और मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक डाइवर्जन किया गया है। यातायात व्यवस्था सुगम बनाने के लिए वैकल्पिक मार्ग बनाए गए हैं ताकि आम यात्रियों को असुविधा न हो।
यातायात में बदलाव
- मुख्य मार्गों से प्रदर्शन के स्थान की तरफ जाने वाले रास्ते बंद किए गए हैं।
- वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने का निर्देश दिया गया है।
- पुलिस बल तैनात कर प्रदर्शन के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने का प्रयास किया जा रहा है।
किसान नेताओं का दृष्टिकोण और अपेक्षाएं
किसान संगठनों के नेता आज के प्रदर्शन को ऐतिहासिक और निर्णायक मानते हैं। उनका कहना है कि यह प्रदर्शन किसानों के दर्द को सरकार तक पहुंचाने का माध्यम है। वे सरकार से मांग करते हैं कि:
- भूमि अधिग्रहण का पुनर्निरीक्षण हो।
- उचित मुआवजा और पुनर्वास की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
- फसल मूल्य की गारंटी हो।
- बिजली और सिंचाई की समस्याओं का स्थायी समाधान निकाला जाए।
- किसानों की सभी लंबित समस्याओं का समाधान किया जाए।
इन मांगों को लेकर किसान बड़े फैसले लेने के लिए तैयार हैं। यदि सरकार उनकी बात नहीं सुनती, तो आगे और भी बड़े आंदोलन की चेतावनी दी गई है।
सरकार का रुख और प्रशासनिक कदम
उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों के प्रदर्शन को शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित करने की अपील की है। ट्रैफिक व्यवस्था के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं, ताकि किसी भी तरह का असामाजिक तत्व या हिंसा न हो।
साथ ही, जिला प्रशासन ने प्रदर्शन स्थल के आसपास सुरक्षा बल तैनात किए हैं। सभी जरूरी निर्देश जारी किए गए हैं कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण हो और किसी भी तरह का उपद्रव न हो।
