
प्रयागराज महाकुंभ भगदड़
प्रयागराज [TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे मौनी अमावस्या के पावन स्नान के दौरान एक घाट पर भगदड़ मच गई। इस घटना में कई लोगों के हताहत होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, प्रशासन ने अब तक किसी भी मौत की पुष्टि नहीं की है। मेला प्रशासन ने कहा है कि स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है। श्रद्धालुओं से आग्रह किया गया है कि वे धैर्य बनाए रखें और सुरक्षा निर्देशों का पालन करें ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
कैसे हुई भगदड़ ?
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, मौनी अमावस्या पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए घाट पर पहुंचे थे। जैसे ही भीड़ बढ़ी, अव्यवस्था फैलने लगी और अचानक भगदड़ मच गई। कुछ लोग फिसलकर गिर पड़े, जिससे घबराहट बढ़ गई और स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई। प्रयागराज मेला प्राधिकरण की ओएसडी आकांक्षा राणा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “कुछ जगहों पर बैरियर टूटने की खबर मिली है, जिससे भगदड़ की स्थिति बनी थी, लेकिन कोई गंभीर स्थिति नहीं है।” उन्होंने बताया कि घायलों का इलाज कराया जा रहा है और स्थिति अब नियंत्रण में है।
प्रशासन का बयान
कुंभ मेला प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और सभी का उपचार जारी है। उन्होंने कहा, “हम हालात पर पूरी तरह नजर बनाए हुए हैं और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।”
प्रधानमंत्री ने लिया हालात का जायजा
इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बातचीत कर स्थिति का जायजा लिया। प्रधानमंत्री ने प्रशासन को राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर उठे सवाल
यह हादसा कुंभ मेले में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। हर कुंभ मेले में लाखों श्रद्धालु आते हैं, और प्रशासन की जिम्मेदारी होती है कि भीड़ प्रबंधन प्रभावी तरीके से किया जाए। बीते वर्षों में भी ऐसे हादसे सामने आए हैं, जिससे कुंभ मेले की तैयारियों पर सवाल उठते रहे हैं।
स्थिति अब नियंत्रण में
प्रयागराज पुलिस और कुंभ मेला प्रशासन ने बयान जारी कर कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है और श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए अतिरिक्त प्रबंध किए जा रहे हैं। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे धैर्य बनाए रखें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें ताकि किसी भी तरह की अनहोनी को टाला जा सके।