
महाकुम्भ 2025 प्रयागराज में तैयारियां
प्रयागराज [TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। 2025 में महाकुम्भ के आयोजन को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने सुरक्षा, सुविधा और प्रशासनिक व्यवस्थाओं को प्राथमिकता दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुम्भ के दौरान तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने की दिशा में कई अहम निर्देश दिए हैं। आइए जानते हैं महाकुम्भ 2025 की तैयारियों और सरकारी योजनाओं के बारे में।
प्रमुख अखाड़ों, संस्थाओं और संतों को भूमि आवंटन का कार्य पूरा
मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने मुख्यमंत्री को सूचित किया कि सभी प्रमुख अखाड़ों, संस्थाओं और संतों को भूमि आवंटन का कार्य पूरा हो चुका है। हालांकि, प्रयागवाल और अन्य नई संस्थाओं का भूमि आवंटन अभी भी जारी है। सभी संस्थाओं की आवश्यकताओं के अनुसार संसाधन भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने संतों और अखाड़ों की भावनाओं का सम्मान करने की आवश्यकता पर जोर दिया और मेला प्रबंधन अधिकारियों को संतों के साथ निरंतर संवाद बनाए रखने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने अगले तीन दिनों में अरैल क्षेत्र में एक नया स्नान घाट तैयार करने का आदेश दिया।
1. सुरक्षा और व्यवस्था: मुख्यमंत्री का विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुम्भ में प्रत्येक व्यक्ति की सुरक्षा और सुविधा को सरकार की प्रमुख जिम्मेदारी बताया। उन्होंने यह भी कहा कि महाकुम्भ में भारतीय, विदेशी, प्रवासी भारतीय या प्रयागराजवासी, सभी की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। सुरक्षा से जुड़े प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं:
- आपदा प्रबंधन और साइबर सुरक्षा: महाकुम्भ के दौरान आपदा प्रबंधन, साइबर सुरक्षा, अग्निशमन, घाट सुरक्षा और आपातकालीन चिकित्सा तंत्र को और पुख्ता किया जाएगा। सभी सुरक्षा एजेंसियों को 24×7 एक्टिव रहना होगा।
- इंटेलिजेंस और एंटी ड्रोन सिस्टम: मुख्यमंत्री ने महाकुम्भ के दौरान इंटेलिजेंस को मजबूत करने और एंटी ड्रोन सिस्टम के प्रभावी इस्तेमाल के निर्देश दिए हैं।
- फर्जी वेबसाइटों और एप्स पर कार्रवाई: महाकुम्भ की थीम पर चलने वाली फर्जी वेबसाइटों और एप्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, आम लोगों को इस बारे में जागरूक किया जाएगा।
- अराजक संगठनों के खिलाफ कार्रवाई: कुछ अराजक संगठन महाकुम्भ के नाम पर वसूली करने का प्रयास कर सकते हैं, जिसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी।
2. यातायात व्यवस्था और शटल बसें
महाकुम्भ में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, जिसके लिए यातायात व्यवस्था को भी विशेष ध्यान दिया गया है। मुख्यमंत्री ने करीब 550 शटल बसों को 5 जनवरी से क्रियाशील करने के निर्देश दिए हैं। इन बसों के द्वारा तीर्थयात्रियों को आसानी से महाकुम्भ क्षेत्र में लाया जाएगा।
- ड्यूटी और ट्रैफिक प्रबंधन: मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि किसी भी चालक या परिचालक को 8 घंटे से अधिक की ड्यूटी न दी जाए। साथ ही, प्रयागराज आने वाले सभी अंतर्जनपदीय मार्गों पर ट्रैफिक प्रबंधन के व्यापक इंतजाम किए जाएंगे।
3. स्नान घाट और विशेष व्यवस्थाएं
महाकुम्भ में स्नान करना एक अहम धार्मिक क्रिया है। इस बार, अरैल क्षेत्र में नया स्नान घाट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं, जो श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि महाकुम्भ के दौरान 6 प्रमुख स्नान पर्वों पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की जाएगी। इस विशेष धार्मिक आयोजन के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं पहले से सुनिश्चित कर ली जाएंगी।
4. स्वास्थ्य सेवाएं और चिकित्सा सुविधाएं
महाकुम्भ के दौरान लाखों श्रद्धालुओं को चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना बेहद महत्वपूर्ण है। इसके लिए सभी डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती कर दी गई है। इसके अलावा, 3305 बेड मेला क्षेत्र में आरक्षित किए गए हैं, जिससे तीर्थयात्रियों को किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए त्वरित चिकित्सा सहायता मिल सके।
- स्वच्छता व्यवस्था: महाकुम्भ के आयोजन में स्वच्छता को सुनिश्चित करने के लिए 90,000 से अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
5. पेयजल और बिजली की व्यवस्था
महाकुम्भ के दौरान पेयजल और बिजली की आपूर्ति पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
- पेयजल आपूर्ति: महाकुम्भ के लिए 494.30 किमी डीआईपी लाइन और 304 किमी जीआईपी लाइन स्थापित की गई है। इसके अलावा, 4270 पेयजल स्टैंड पोस्ट भी तैयार किए गए हैं।
- बिजली व्यवस्था: महाकुम्भ में बिजली की कोई कमी न हो, इसके लिए 54700 स्ट्रीट लाइट, 206 बिजली सब स्टेशन और 1280 किमी एलटी लाइन की स्थापना की गई है।
6. महाकुम्भ में अतिक्रमण हटाने के प्रयास
स्वच्छ महाकुम्भ-स्वच्छ प्रयागराज की परिकल्पना को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री ने सभी प्रयागराजवासियों, संतों और आम नागरिकों से सहयोग का आह्वान किया है। इसके तहत, अतिक्रमण मुक्त प्रयागराज बनाने के लिए अभियान चलाकर कार्यवाही की जाएगी।
एक नजर में महाकुंभ की तैयारियां का विवरण ……
महाकुम्भ 2025 की तैयारियों में मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देश: प्रमुख बिंदु
- सुरक्षा और सुविधा: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुम्भ में हर तीर्थयात्री और पर्यटक की सुरक्षा और सुविधा को सरकार की शीर्ष प्राथमिकता बताया।
- भूमि आवंटन पूरा: पूजनीय अखाड़ों, महामंडलेश्वर, खालसा, दंडीबाड़ा, खाकचौक और अन्य संस्थाओं को भूमि आवंटन का कार्य पूरा हो गया है, जबकि प्रयागवाल और अन्य नई संस्थाओं का आवंटन जारी है।
- सतत संवाद और सम्मान: मुख्यमंत्री ने मेला प्रबंधन अधिकारियों को अखाड़ों और संतों से सतत संवाद बनाए रखने और उनकी भावनाओं का यथोचित सम्मान करने के निर्देश दिए।
- प्रयागराज का अतिक्रमण मुक्ति अभियान: महाकुम्भ से पहले प्रयागराज को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं।
- फर्जी वेबसाइट और एप्स पर कार्रवाई: मुख्यमंत्री ने फर्जी वेबसाइट/एप के जरिए ठगने की सूचनाओं पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है और पुलिस से कठोर कार्रवाई की अपेक्षा की है।
- सुरक्षा और आपदा प्रबंधन: मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन, साइबर सुरक्षा, अग्निशमन, घाट सुरक्षा और आपातकालीन चिकित्सा तंत्र को पुख्ता करने की आवश्यकता बताई है।
- स्वच्छ महाकुम्भ का आह्वान: मुख्यमंत्री ने स्वच्छ प्रयागराज और स्वच्छ महाकुम्भ के लिए सभी नागरिकों और संतों से सहयोग का आह्वान किया।
- पुष्पवर्षा की योजना: महाकुम्भ के सभी 06 प्रमुख स्नान पर्वों पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की जाएगी।
- शटल बसों की शुरुआत: 05 जनवरी से 550 शटल बसें शुरू की जाएंगी, और बस चालकों को 08 घंटे से अधिक ड्यूटी नहीं दी जाएगी।
- एंटी ड्रोन सिस्टम: महाकुम्भ में एंटी ड्रोन सिस्टम और साइबर सुरक्षा के खतरों से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।
- ट्रैफिक प्रबंधन: प्रयागराज की ओर आने वाले सभी मार्गों पर व्यवस्थित ट्रैफिक प्रबंधन के निर्देश दिए गए हैं।
- पुलिस सत्यापन: स्ट्रीट वेंडर, ऑटो-ई रिक्शा चालकों का पुलिस सत्यापन और इंटेलिजेंस को मजबूत करने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
- महाकुम्भ पर दुष्प्रचार का जवाब: भारत की संस्कृति और परंपरा से चिढ़ने वालों द्वारा किए जा रहे दुष्प्रचार को करारा जवाब देने की बात कही गई है।
- राशन वितरण: मेला क्षेत्र में 25 सेक्टरों में 5 गोदाम और 125 राशन की दुकानें स्थापित की जा रही हैं।
आधारभूत संरचनाएं
महाकुम्भ के आयोजन के लिए विभिन्न आधारभूत संरचनाओं का निर्माण किया गया है, ताकि सभी श्रद्धालुओं और पर्यटकों को मूलभूत सुविधाएं प्राप्त हों:
- 28 पांटून पुल
- 520 किमी चकर्ड मार्ग
- 610 साइनेज (सूचना बोर्ड)
- 494.30 किमी डीआईपी पेयजल लाइन और 304 किमी जीआईपी पेयजल लाइन
- 4270 पेयजल स्टैंड पोस्ट
- 176 किमी से अधिक ड्रेनेज निकासी लाइन
- 54700 स्ट्रीट लाइट
- 173 किमी एचटी लाइन और 1280 किमी एलटी लाइन
- 206 बिजली सब स्टेशन की स्थापना की गई है।
4. जेटी और रिवर फ्रंट रोड: महाकुम्भ के आयोजन स्थल के आसपास 1200 वर्ग मीटर की जेटी तैयार हो चुकी है। सभी रिवर फ्रंट रोड भी तैयार कर लिए गए हैं, ताकि श्रद्धालुओं का आवागमन सुगम और सुरक्षित रहे।
5. स्वच्छता और शौचालय: स्वच्छता की दृष्टि से 90,000 से अधिक शौचालय इंस्टाल किए जा चुके हैं। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने स्वच्छ महाकुम्भ और स्वच्छ प्रयागराज की परिकल्पना को साकार करने के लिए प्रयागराजवासियों, संतों और आम नागरिकों से सहयोग की अपील की है।
6. थीमेटिक लाइटिंग और अन्य सजावट: महाकुम्भ के आयोजन को भव्य बनाने के लिए थीमेटिक लाइटिंग के लिए 3339 पोल लगाए गए हैं। इसके अलावा, प्रमुख स्थानों पर सजावट के लिए 7 फसाड लगाए गए हैं।
7. अतिक्रमण मुक्ति अभियान: मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि महाकुम्भ से पहले प्रयागराज को अतिक्रमण मुक्त किया जाए। इसके लिए अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
8. अंतिम कार्यों की समय सीमा: मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी अवशेष कार्यों को तय समय सीमा के भीतर पूरा किया जाए। यह सुनिश्चित करने के लिए सभी कार्यों की निगरानी और समय पर पूर्णता पर जोर दिया गया है।